Om Shanti
Om Shanti
कम बोलो, धीरे बोलो, मीठा बोलो            सोच के बोलो, समझ के बोलो, सत्य बोलो            स्वमान में रहो, सम्मान दो             निमित्त बनो, निर्मान बनो, निर्मल बोलो             निराकारी, निर्विकारी, निरहंकारी बनो      शुभ सोचो, शुभ बोलो, शुभ करो, शुभ संकल्प रखो          न दुःख दो , न दुःख लो          शुक्रिया बाबा शुक्रिया, आपका लाख लाख पद्मगुना शुक्रिया !!! 

ज्वालामुखी योगी की निशानियाँ:


ज्वालामुखी योगी की निशानियाँ:
 मनबुद्धि को जहाँ चाहेजैसे चाहेजितना समय चाहेवह स्तिथ करेगा;  कर्मेन्द्रियों पर पूरा नियंत्रण होगा

 सर्व प्रकार के बोझ से मुक्तसदा उडती कला का अनुभव होगा.

 निराकारीनिर्विकारीनिरहंकारीस्तिथि का अनुभवी बन जायेगा.

 ख़ुशी का पारा दिन प्रतिदिन बढ़ता जायेगा.

 सदा अतीन्द्रिय  सुख के झूले में झूलता रहेगाकर्मेन्द्रियाँ शांत व शीतल होंगी.

 सदा मिलनसारडबल  लाइट व एक्यूरेट होंगे.

 सदा अंतर मुखी होंगेगंभीरता व रमणीकता का बैलेंस होगा.

 सदा अलौकिक नशे,  ईश्वरीय याद की मस्ती में मस्त रहेंगे.

 पुराने संस्कारों के वश में नहीं रहेंगे.

१० नजरो से निहाल करने की कला आ जाएगी.

११ स्तिथप्रज्ञ हर परिस्तिथि में संतुलित रहेंगेरमता योगी होंगे.

१२ सदा निमित्तनिर्माणनिर्मान और निर्मल वाणी वाले होंगेदृष्टि वृत्ति में रूहानी आकर्षण होगा.

१३ मन्सावाचा और कर्मणा पवित्रता में परिपक्वता आ जाएगी.

१४ कर्मो में कुशलता आ जाएगी धैर्य्वत होंगेन्यारेप्यारे होंगे उपराम होंगे.

१५ वाणी में जौहर भर जायेगावरदानी बोल निकलेंगे.

No comments:

Post a Comment

LinkWithin

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...