Om Shanti
Om Shanti
कम बोलो, धीरे बोलो, मीठा बोलो            सोच के बोलो, समझ के बोलो, सत्य बोलो            स्वमान में रहो, सम्मान दो             निमित्त बनो, निर्मान बनो, निर्मल बोलो             निराकारी, निर्विकारी, निरहंकारी बनो      शुभ सोचो, शुभ बोलो, शुभ करो, शुभ संकल्प रखो          न दुःख दो , न दुःख लो          शुक्रिया बाबा शुक्रिया, आपका लाख लाख पद्मगुना शुक्रिया !!! 

Murli 13-06-2012



 [13-06-2012]

मुरली सार:- ''मीठे बच्चे - ज्ञान का फाउन्डेशन है निश्चय, निश्चयबुद्धि बन पुरुषार्थ करो तो मंजिल तक पहुँच जायेंगे'' 
प्रश्न: कौन सी एक बात बहुत ही समझने और निश्चय करने की है? 
उत्तर: अब सभी आत्माओं का हिसाब-किताब चुक्तू होने वाला है। सभी मच्छरों सदृश्य जायेंगे अपने स्वीट होम, फिर नई दुनिया में थोड़ी सी आत्मायें आयेंगी। यह बात बहुत ही समझने और निश्चय करने की है। 
प्रश्न:- बाप किन बच्चों को देख खुश होते हैं? 
उत्तर:- जो बच्चे बाप पर पूरा बलि चढ़ते हैं, जो माया से हिलते नहीं अर्थात् हनूमान की तरह अचल अडोल रहते हैं। ऐसे बच्चों को देख बाप भी खुश होते हैं। 
गीत:- धीरज धर मनुआ... 
धारणा के लिए मुख्य सार: 
1) उठते-बैठते चलते अपने को एक्टर समझना है, दिल में रहे हमने 84 जन्मों का पार्ट पूरा किया, अब घर जाना है। देही-अभिमानी हो रहना है। 
2) निश्चयबुद्धि हो कांटों से फूल बनने का पुरुषार्थ करना है। माया से युद्ध कर विजयी बन कर्मातीत बनना है। जितना हो सके अपने घर को याद करना है। 
वरदान: साइलेन्स की शक्ति से बुराई को अच्छाई में बदलने वाले शुभ भावना सम्पन्न भव 
जैसे साइन्स के साधन से खराब माल को भी परिवर्तन कर अच्छी चीज़ बना देते हैं। ऐसे आप साइलेन्स की शक्ति से बुरी बात वा बुरे संबंध को बुराई से अच्छाई में परिवर्तन कर दो। ऐसे शुभ भावना सम्पन्न बन जाओ जो आपके श्रेष्ठ संकल्प से अन्य आत्मायें भी बुराई को बदल अच्छाई धारण कर लें। नॉलेजफुल के हिसाब से राइट रांग को जानना अलग बात है लेकिन स्वयं में बुराई को बुराई के रूप में धारण करना गलत है, इसलिए बुराई को देखते, जानते भी उसे अच्छाई में बदल दो। 
स्लोगन: सहनशीलता का गुण धारण करो तो कठोर संस्कार भी शीतल हो जायेंगे। 
[13-06-2012]

Essence: Sweet children, the foundation of knowledge is faith. Make effort with faith in your intellect and you will reach the destination. 
Question: What one aspect should you understand deeply and have faith? 
Answer: The karmic accounts of all souls are about to be settled and everyone will return to the sweet home like a swarm of mosquitoes. After that, only a few souls will go to the new world. This aspect should be understood deeply and you must have faith in it. 
Question: Which children is the Father pleased to see? 
Answer: The children who completely sacrifice themselves to the Father, those who are not shaken by Maya, that is, who are as unshakeable and immovable as Hanuman. The Father is pleased to see such children. 
Song: Have patience, o mind! Your days of happiness are about to come. 
Essence for dharna: 
1. While sitting or moving, consider yourself to be an actor. Remember in your heart that you have now completed your 84 births and have to return home. Be soul conscious. 
2. Have faith in the intellect and make effort to change from thorns into flowers. Battle with Maya, be victorious and become karmateet. Remember your home as much as possible. 

Blessing: May you be full of good wishes and transform bad things into good qualities with your power of silence. 
With the facilities of science you are able to transform a bad thing into something good. In the same way, with the power of silence, transform any bad situations and bad relationships into something good. Become full of good wishes in such a way that, through your elevated thoughts, other souls also change whatever bad things they have in themselves and imbibe goodness. To know what is right and what is wrong in terms of being knowledge-full is a different matter, but to imbibe bad things in oneself in that form is wrong. Therefore, while seeing and knowing something is bad, transform it into something good. 
Slogan: Imbibe the virtue of tolerance and harsh sanskars will become cool and serene.

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